मैनपाट, छत्तीसगढ़ का शिमला (गर्मियों में घूमने के लिए यह है एक खूबसूरत जगह)
क्या आप भी गर्मी से राहत चाहते हैं? क्या छत्तीसगढ़ में भी कम तापमान वाली जगह का आनंद लेना चाहते है?
जी हां, तो आप भी छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं और आप शिमला, मनाली जैसा खूबसूरत वातावरण अपने राज्य छत्तीसगढ़ में ही पाना चाहते हैं और गर्मी के दिनों में अपनी छुट्टियां बिताने का सोच रहे हैं तो मैं आपको बताने जा रही हूं एक ऐसी खूबसूरत जगह जहां जाने के बाद आप कहेंगे कि यह तो छत्तीसगढ़ का शिमला है।
छत्तीसगढ़ी एक गर्म प्रदेश है और इस समय यहां पर का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस है इस वक्त सभी लोग गर्मी से परेशान है तेज धूप, गर्म हवाएं लोगों को घर में कैद करके रखी है लेकिन क्या आप जानते हैं आप छत्तीसगढ़ से बाहर निकले बिना ही कुल्लू मनाली वाली वादियों का आनंद छत्तीसगढ़ में ही ले सकते हैं
यदि आप अपने गर्मियों की छुट्टी बिताने के लिए एक बेहतर जगह की तलाश कर रहे हैं तो मैं आपको बताने जा रही हूं छत्तीसगढ़ का शिमला यानी मैनपाट के बारे में इसलिए अंत तक पढ़े ताकि, मैनपाट जाने के मार्ग में कोई बाधा ना आए और आप अपने गर्मियों के दिनों को एक शानदार तरीके से इंजॉय कर सके
मैनपाट, छत्तीसगढ़ का शिमला
हमने अपने बचपन के स्कूल वाली किताबों में मैनपाट की सैर नामक एक कहानी पढ़ी थी जिसमें मैनपाट के बारे में सारी जानकारी दी गई थी, वहां के प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे में, उसकी खूबसूरती, उसकी प्राकृतिक संपदा और क्यों इसे छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है सभी चीजों के बारे में।
छत्तीसगढ़ का एकमात्र ऐसा स्थान है मैनपाट जिसे छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है यहां का तापमान बेहद कम होता है , यहां की खूबसूरत वादियां पर्यटकों को मोह लेती है
मैनपाट अंबिकापुर जिले से 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह समुद्र तल से 3781 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है
प्राकृतिक सुंदरता और खूबसूरती से भरपूर मैनपाट एक बेहद खूबसूरत स्थान है जहां पर मछली प्वाइंट, टाइगर प्वाइंट, जलप्रपात, बुद्ध मंदिर आदि प्रमुख स्थान है।
मैनपाट को छत्तीसगढ़ के तिब्बत के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां पर काफी संख्या में शरणार्थी निवास करते हैं, और यहां का बुद्ध मंदिर तिब्बती लोगों का आकर्षण का केंद्र है।
गर्मियों के दिनों में यहां सैलानियों की संख्या अधिक हो जाती है क्योंकि यहां का तापमान छत्तीसगढ़ के बाकी जगहों से बेहद कम होती है और घने जंगल और खूबसूरत वादियों के बीच मैनपार्ट अपने पर्यटकों का स्वागत करती है।
मैनपाट के प्रमुख स्थान
यदि आप मैनपाट घूमने जा रहे हैं किसी भी मौसम में तू इन स्थानों को घूमे बिना मैनपाट की सैर अधूरी सी है सर्दी के दिनों में मैनपाट की बर्फबारी शिमला की याद दिलाती है
छत्तीसगढ़ के लोगों को यह यकीन नहीं होता कि उनके राज्य में भी ऐसा स्थान है जहां उन्हें कुल्लू मनाली शिमला जैसे वादियों का लुफ्त उठाने का अवसर मिल रहा है।
मैनपाट यदि आप चाहें तो इन जगहों को जरूर घूमे जिसे देखने के बाद आप वहां बार-बार जाने के बारे में सोचेंगे।
बुद्ध मंदिर -:
बुद्ध मंदिर यहां के तिब्बती शरणार्थियों के मुख्य आकर्षण का केंद्र है क्योंकि तिब्बती शरणार्थी यहां पर अधिक मात्रा में निवास करते हैं इसलिए इसे छत्तीसगढ़ का तिब्बत कहा जाता है।
दलदली भूमि -:
दलदली भूमि भी अपने आप में एक अलग ही स्थान रखती है अक्सर सैलानियों को यहां पर मौज मस्ती करते हुए देखा जाता है क्योंकि यहां की भूमि बिल्कुल स्पंजी है जहां पर चलने से धरती हिलने लगती है मानो भूकंप आ रहा है। प्रकृति की यह एक खूबसूरत संरचना है जहां पर पर्यटकों को अक्सर मस्ती करते देखा जाता है।
जलप्रपात -:
मांड नदी परिस्थितियां जलप्रपात बेहद खूबसूरत है प्राकृतिक खूबसूरती और जंगलों के बीच अपने अद्भुत खूबसूरती को समेटे हुए सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है बारिश के दिनों में जलप्रपात बेहद खूबसूरत हो जाता है।
एलीफेंट पॉइंट –
खूबसूरत घने जंगलों के बीचो-बीच स्थित एक झरना है जहां पर साल के 12 माह तक पानी रहता है खूबसूरत हरी-भरी वादियों के बीच यह पॉइंट शुरू से ही दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है यदि आप मैनपाट जाते हैं तो इस जगह में अवश्य जाएं आपको सुकून का अहसास होगा।
क्या है मैनपाट पहुंचने का मार्ग?
यदि आप मैनपाट जाना चाहते हैं तो अपनी सुविधा अनुसार किसी भी मार्ग से जा सकते हैं चाहे वह रेलमार्ग हो, हवाई मार्ग हो या सड़क मार्ग सभी सुविधाएं यहां पर मौजूद है अंबिकापुर से 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैनपाट जहां पर आप बिना किसी बाधा के अपनी सुविधा अनुसार यात्रा का आनंद लेते हुए जा सकते हैं।
हवाई मार्ग से – हवाई मार्ग से मैनपाट पहुंचना बेहद आसान है क्योंकि यहां पास में ही दरिमा हवाई अड्डा है जहां पहुंचने के बाद आप अपनी सुविधानुसार टैक्सी या बस से वादियों का आनंद उठा सकते हैं।
रेल मार्ग से- रेल मार्ग से जाने वाले पर्यटकों के लिए रास्ता काफी अच्छा है रेल मार्ग से आप सीधे अंबिकापुर स्टेशन पहुंचते हैं वहां पहुंचने के बाद आप बस से वहां जा सकते हैं।
सड़क मार्ग से – सड़क मार्ग से भी जाना बेहद आसान है सड़क मार्ग के लिए भी सुविधा है जहां से सुरक्षित मैनपाट की वादियों का शैर कर सकते हैं अंबिकापुर बस अड्डे से आप ऑटो या बस बुक कर सकते हैं और यात्रा को सरल बना सकते हैं।
Conclusion
दोस्तों यह भी छत्तीसगढ़ के शिमला यानी मैनपाट के बारे में कुछ रोचक जानकारी ऐसे ही पर्यटन स्थल के बारे में जानने के लिए हमारे लेख को अवश्य पढ़ें और कुछ प्रश्न हो आपके मन में तो हमें नीचे टिप्पणी करके जरूर बताएं ताकि हम आपकी यात्रा को सुगम और बाधारहित बना सके और अपना सुझाव जरूर दें ताकि हम अपनी कमियों को सुधार करके आपकी बातों को अच्छे तरीके से रख सकें
धन्यवाद।